एक बड़े हादसे का शिकार होने से बचे शाह, हेलिकॉप्टर का बिगड़ा बैलेंस
बेगूसराय के जीडी कॉलेज ग्राउंड में सोमवार को एनडीए के बीजेपी प्रत्याशी गिरिराज सिंह के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित करने पहुंचे केन्द्रीय मंत्री अमित शाह एक बड़े हादसे का शिकार होने से बचे। जनसभा को संबोधित करने के बाद लौटने के दौरान गृह मंत्री का हेलिकॉप्टर उड़ान भरते ही कुछ देर के लिए असंतुलित हो गया। हालांकि पायलट ने सूझबूझ दिखाते हुए हेलिकॉप्टर को संभाल लिया और एक बड़ा दुर्घटना टल गया।
हवा में लहराने लगा हेलिकॉप्टर
दरअसल, सभा को संबोधित करने के बाद गृह मंत्री आगे की यात्रा के लिए हेलिकॉप्टर में सवार हुए। इसके बाद पायलट ने हेलिकॉप्टर स्टार्ट किया। लेकिन हेलिकॉप्टर जैसे ही जमीन से ऊपर उठा वो उलटी दिशा में मुड़ गया और अजीब ढंग से हिलने डुलने लगा। कई बार तो हेलिकॉप्टर 2 फुट नीचे तक आया और जमीन में सटने से बचा। लेकिन पायलट ने किसी तरह हेलिकॉप्टर को कंट्रोल कर आगे की उड़ान भड़ी। कहा जा रहा है कि तेज हवा की वजह से हेलिकॉप्टर का संतुलन कुछ देर के लिए बिगड़ गया था।
इससे पहले जीडी कॉलेज ग्राउंड में सभा को संबोधित करते हुए अमित शाह ने बोला कि राष्ट्र को विवश नेता नहीं, मजबूत नेता चाहिए। मोदी ने राष्ट्र को एकजुट करने का काम किया। इण्डिया गठबंधन का पीएम कौन है, राष्ट्र इसे जानना चाहता है। बेगूसराय में कम्युनिस्ट और कांग्रेस पार्टी ने मिलकर बरौनी फर्टिलाइजर, थर्मल और बरौनी रिफाइनरी को बंद करने का काम किया, लेकिन पीएम मोदी ने इस बंद कारखाने को चालू किया और बरौनी रिफाइनरी का विस्तारीकरण भी किया।
अमित शाह ने अनुच्छेद 370 को हटाये जाने और अयोध्या में श्रीराम मंदिर के निर्माण का हवाला देते हुए बोला कि पिछले 10 वर्ष में पीएम मोदी ने वोट बैंक की परवाह किये बिना कई बड़े निर्णय किये। उन्होंने राहुल गांधी पर धावा बोलते हुए बोला कि धारा 370 को लेकर राहुल बाबा ने बोला था कि इसके कारण कश्मीर में खून की नदी बहेगी, लेकिन पिछले पांच वर्ष में खून की नदी बहना तो दूर किसी ने वहां पत्थर फेंकने की भी हौसला नहीं की।