इस बार मोटा अनाज की खेती कर रिकॉर्ड बनाएगा भोजपुर
भोजपुर।भोजपुर जिले में कृषि विभाग की ओर से खरीफ फसल की तैयारी प्रारम्भ कर दी गई है। इस वर्ष मोटे अनाज की खेती पर विभाग ने बल दिया है। इसके लिए जिले में 350 क्विंटल बीज का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। मोटे अनाज के बीज के लिए औनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए विभाग का पोर्टल खुल गया है। किसानों के आवेदन करने के लिए विभाग की ओर से 10 जून तक आखिरी तिथि निर्धारित की गई है।
भोजपुर जिले में कई वर्ष बाद इस वर्ष खेतों में हरी चादर (ऊँचा) दिखाई देगी। इसके लिए जिले को 516 क्विंटल बीज का एलॉटमेंट मिल गया है। मोटे अनाज में ज्वार, महुआ, चीना, अरहर, बाजरा की खेती होगी।
राज्य बीज निगम बांटेगा बीज
भोजपुर जिले के लिए मिले बीज को बिहार राज्य बीज निगम, पटना बांटेगा। इस महीने बीज का एलॉटमेंट हो जाएगा। साथ ही इसका वितरण प्रारम्भ कर दिया जाएगा। इसके लिए जिले के थोक विक्रेता के रूप में मेसर्स धन लक्ष्मी के निदेशक राहुल सिंह का चयन कृषि विभाग की ओर से किया गया है। इनकी ओर से प्रखंडों के लिए चुने गए खुदरा विक्रेता को बीज दिए जाएंगे।बीज का वितरण इसी महीने से प्रारम्भ हो जाएगा और 15 जून अंतिम तारीख तक जारी रहेगा।
किसानों के खाते में जाएगी आर्थिक सहायता राशि
धान सहित मोटे अनाज पर मिलने वाली आर्थिक सहायता राशि किसानों के बैंक खाते में भेजी जाएगी। किसानों को आधार कार्ड के साथ बैंक खाते की फोटो कॉपी कृषि विभाग में जमा करनी पड़ेगी। केंद्र और राज्य गवर्नमेंट की भिन्न-भिन्न योजनाओं के भीतर किसानों को आर्थिक सहायता पर बीज का वितरण किया जाएगा।
कृषि विज्ञान केंद्र ने मोटे अनाज की बोनी का लक्ष्य निर्धारित कर दिया है। इसके मुताबिक
ज्वार-16 सौ एकड़, मडुआ-31 सौ एकड़, अरहर+ ज्वार इंटरलॉकिंग खेती-75 एकड़, चीना-16 सौ एकड़
350 क्विंटल बीज वितरण का लक्ष्य
भोजपुर के जिला कृषि वैज्ञानिक पीके द्विवेदी ने कहा जिले में पहली बार मोटे अनाज की खेती के लिए 350 क्विंटल बीज वितरण का लक्ष्य है। कृषि विभाग बीज बांट रहा है। कृषि विज्ञान केंद्र जलवायु बदलाव योजना के अनुसार श्री अन (मोटा अनाज) की खेती 75 एकड़ में करा रहा है। इसमें दर्जन भर से अधिक गांवों को गोद लिया गया है। किसानों को सीधे बीज और सारी सुविधा दे कर आधुनिक ढंग से मोटे अनाज की खेती कराई जा रही है। आने वाले समय में हर थाली में मोटा अनाज होगा। साथ ही किसानों का व्यापार भी बढ़ेगा।