राजस्थान के पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने एक ‘लाल डायरी’ के तीन पन्ने किये जारी
जयपुर: राजस्थान के बर्खास्त मंत्री और कांग्रेस पार्टी नेता राम चंद्र गुढ़ा द्वारा ‘लाल डायरी’ के तीन पन्ने सार्वजनिक करने और राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन चुनाव में करप्शन को खुलासा करने के एक दिन बाद, बीजेपी ने आज गुरुवार को इसे राज्य गवर्नमेंट के लिए “बोफोर्स क्षण” करार दिया। बता दें कि, स्त्रियों के विरुद्ध क्राइम की बढ़ती घटनाओं को लेकर अपनी ही गवर्नमेंट पर निशाना साधने के बाद कैबिनेट से बर्खास्त किए गए राजस्थान के पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने बुधवार को एक ‘लाल डायरी’ के तीन पन्ने जारी किए, जिसके जरिए उन्होंने राजस्थान क्रिकेट के चुनावों में करप्शन का इल्जाम लगाया था। बता दें कि, इस एसोसिएशन का नेतृत्व सीएम अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत कर रहे हैं।
इसको लेकर बीजेपी नेता सुधांशु त्रिवेदी ने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, “‘लाल डायरी’ न सिर्फ़ राजस्थान के सीएम बल्कि उनके बेटे की करतूतों का भी खुलासा कर रही है, यह राजस्थान गवर्नमेंट के लिए बोफोर्स क्षण है क्योंकि इल्जाम स्वयं गवर्नमेंट के हैं।” उन्होंने बोला कि राजस्थान गवर्नमेंट के कुकर्मों में एक काला अध्याय जुड़ गया है और वह अध्याय लाल डायरी से जुड़ा है। यह कहते हुए कि जब भी भाजपा, कांग्रेस पार्टी और अन्य विपक्ष के विरुद्ध इल्जाम लगाती है तो वे “निराधार” नहीं होते हैं, त्रिवेदी ने बोला कि, “2जी (घोटाले) में, नियंत्रक महालेखा परीक्षक (CAG) की एक रिपोर्ट और न्यायालय की एक टिप्पणी थी। बोफोर्स के दौरान, (पूर्व प्रधान मंत्री) राजीव गांधी के मंत्री विश्वनाथ प्रताप सिंह ने भी यही इल्जाम लगाए थे। आज राजेंद्र गुढ़ा ने अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली अपनी ही गवर्नमेंट पर इल्जाम लगाए। इसलिए मैं कह सकता हूं कि यह राजस्थान गवर्नमेंट के लिए बोफोर्स क्षण होने जा रहा है।”
बता दें कि बुधवार को एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, गुढ़ा ने ‘रेड डायरी’ उठाई और इसके कुछ पन्ने भी पढ़े और बोला कि वह आने वाले दिनों में और अधिक रहस्यों का खुलासा करना जारी रखेंगे। सीएम अशोक गहलोत, उनके विशेष कर्तव्य अधिकारी (OSD) सौभाग सिंह और पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़ के बीच एक कथित वार्ता का हवाला देते हुए, गुढ़ा ने बोला कि डायरी में राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (RCA) के खातों को निपटाने पर वार्ता का उल्लेख है।
यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें अरैस्ट होने का डर है, पूर्व मंत्री ने कहा, “अगर मैं कारावास भी गया, तो डायरी से नए खुलासे होंगे, क्योंकि यह मेरे करीबी सहयोगियों के पास रहेगी। इस डायरी में (सीएम गहलोत के अधीन) करप्ट सौदों का विवरण है।” इसमें अशोक गहलोत गवर्नमेंट द्वारा किए गए करप्शन के सभी सबूत हैं। वे झूठे मुद्दे दर्ज करने और मुझे ब्लैकमेल करने की योजना बना रहे हैं। वे मुझसे माफी मांगने के लिए कह रहे हैं।” इसके बाद बीजेपी नेता ज्ञान देव आहूजा गुढ़ा के समर्थन में उतरे, उन्होंने कहा, ”राजेंद्र गुढ़ा ने आज लाल डायरी में 5,000 करोड़ रुपए के लेनदेन का खुलासा किया। मैं इसके लिए उन्हें धन्यवाद देता हूं और यदि उन्हें मेरे समर्थन की आवश्यकता होगी, तो मैं वहां उपस्थित रहूंगा।”
इससे पहले, मीडिया से बात करते हुए, गुढ़ा ने बोला कि मुख्यमंत्री गहलोत ‘रेड डायरी’ की सामग्री को लेकर बहुत तनाव में थे। उन्होंने कहा, ”जिस तरह से उन्होंने (कांग्रेस सदस्यों ने) विधानसभा में मेरे साथ व्यवहार किया, उससे उनकी घबराहट का पता चलता है। मैंने अपने पूरे जीवन में कभी किसी को इतना तनावग्रस्त नहीं देखा। पुस्तक में जो कुछ भी लिखा गया है वह सार्वजनिक डोमेन में होगा। जोधपुर में चार स्त्रियों के मृत पाए जाने की घटना को खुलासा करने के बाद मुख्यमंत्री गहलोत ने गुढ़ा को मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया था, उन्होंने बोला था कि कांग्रेस पार्टी गवर्नमेंट को मणिपुर की स्थिति पर केंद्र की निंदा करने से पहले अपने भीतर झांकना चाहिए। बाद में, ‘लाल डायरी’ लेकर गहलोत गवर्नमेंट के विरुद्ध प्रदर्शन करने के बाद उन्हें राजस्थान विधानसभा से बाहर निकाल दिया गया था।