विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी बाजार पूरी तरह से सजा
सीधी/ भोपाल: मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव (MP Assembly Election) को लेकर राजनीतिक बाजार पूरी तरह से सज गया है। सभी पार्टियों में दल बदल का खेल शुरु हो गया है। इसी बीच एक बड़ी समाचार सामने आ रही है। बता दें कि सीधी से वर्तमान विधायक केदारनाथ शुक्ला भाजपा (Kedarnath Shukla BJP) से टिकट न मिलने के बाद चुनावी मैदान में उतर आए हैं और उन्होंने चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है। ऐसे में यदि शुक्ला चुनाव लड़ते हैं तो भाजपा के लिए ये मुसीबत सबब हो सकता है।
और कर दिया ऐलान
बीजेपी विधायक केदारनाथ शुक्ला ग्राम बम्हनी में इन्साफ यात्रा के समाप्ति के बाद चुनाव लड़ने का घोषणा कर दिया है।उन्होंने आयोजित सभा में बोला कि अब इन्साफ यात्रा नहीं चुनाव यात्रा शुरु होगी। साथ ही साथ बोला कि अब इन्साफ मांगने के बजाय वोट मांगने जाएंगे, उनके घोषणा के बाद राजनीतिक माहौल काफी अधिक गरम हो गया है।
बीजेपी ने काटा टिकट
बीजेपी की लिस्ट जारी होने से पहले ही इस सीट को लेकर काफी अधिक चर्चा थी। ऐसे में भाजपा ने अपनी लिस्ट जारी करते हुए सीधी से वर्तमान सांसद रीती पाठक केदारनाथ शुक्ला का टिकट काटकर यहां से उम्मीदवार बनाया, जिसके बाद लोगों की तरह – तरह की प्रतिक्रिया आ रही है। ऐसा बताया जा रहा है कि सीधी पेशाब काण्ड की वजह से शुक्ला का टिकट काटा गया है।
सीधी पेशाब कांड
बीती जुलाई को सीधी में पेशाब काण्ड हुआ था, जिसके बाद देशभर की राजनीति में भूचाल आ गया था। पेशाब काण्ड का आरोपी भाजपा विधायक केदारनाथ शुक्ला का करीबी कहा जा रहा था, न सिर्फ़ प्रदेश बल्कि राष्ट्र भर में इस काण्ड के बाद भाजपा की किरकिरी हुई थी। आलम ऐसा हुआ कि सूबे के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने पीड़ित आदमी के पैर धुले और बोला कि ये गवर्नमेंट आदिवासियों का सम्मान करती है। इस काण्ड के बाद केदारनाथ शुक्ला संगठन के निशाने पर थे, जिसका आलम ये हुआ कि पार्टी ने उनका टिकट काट दिया और अब शुक्ला पूरी तरह से बगावत के मूड में आ गए हैं।