New Education Policy : राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत यूपी के स्कूलों का बदला समय
UPMSP: उत्तर प्रदेश बोर्ड से संबद्ध प्रदेशभर के 27871 माध्यमिक विद्यालयों में अब और एक घंटे पढ़ाई होगी. राष्ट्रीय शिक्षा नीति के परिप्रेक्ष्य में शिक्षण की न्यूनतम अवधि सुनिश्चित करने के उद्देश्य से यह परिवर्तन किया गया है. इसके लिए इंटरमीडिएट एजुकेशन एक्ट 1921 में संशोधन करते हुए विशेष सचिव शासन उमेश चन्द्र ने शुक्रवार को महानिदेशक को नयी समय सारिणी भेजी है. पहले एक अप्रैल से 30 सितंबर तक सुबह 730 से 1230 बजे तक और एक अक्तूबर से 31 मार्च तक सुबह 850 से 250 तक विद्यालयों की टाइमिंग निर्धारित थी.
अब सभी माध्यमिक विद्यालय एक अप्रैल से 30 सितंबर तक 730 से 130 बजे तक और एक अक्तूबर से 31 मार्च तक सुबह 930 से 330 बजे तक संचालित होंगे.
220 शिक्षण दिवस में न्यूनतम 1200 घंटे पढ़ाई
राष्ट्रीय शिक्षा नीति के मुताबिक एक शैक्षिक सत्र में 220 शिक्षण दिवसों में न्यूनतम 1200 घंटे का शिक्षण कार्य सुनिश्चित करने के लिए रोजाना छह घंटे (प्रार्थना सभा और लंच को शामिल करते हुए) विद्यालय संचालन जरूरी है. इसलिए इंटरमीडिएट एजुकेशन एक्ट 1921 में संशोधन करना पड़ा है. परिवर्तन के बाद विद्यालय छह घंटे के लिए खुलेंगे. वर्तमान में 1100 घंटे का शिक्षण, पाठ्यसहगामी और पाठ्येत्तर क्रियाकलाप संपादित हो पाते हैं.
अगले हफ्ते से मिल सकती है मार्कशीट:
आपको बता दें कि यूपी माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा के रिज़ल्ट 20 अप्रैल 2024 को घोषित किए गए थे. परिणाम जारी हाने बाद अभी भी विद्यार्थियों को अपनी मार्कशीट और प्रमाणपत्र मिलने का प्रतीक्षा है. बोर्ड सचिव दिब्यकांत शुक्ल की ओर से दी गई सूचना के मुताबिक सब कुछ ठीक रहा तो इसी हफ्ते से मार्कशीट विद्यालयों में पहुंचना प्रारम्भ हो जाएगी. यानी अगले हफ्ते से विद्यार्थियों को अंकपत्र और प्रमाण पत्र बांटे जा सकते हैं. वहीं, बोर्ड पांचों क्षेत्रीय कार्यालयों में ग्रीवांश सेल खोलकर विद्यार्थियों की समस्याओं का निराकरण कर रहा है. उत्तर प्रदेश बोर्ड की वार्षिक परीक्षा 2024 के परिणामों की बात करें तो 10वीं कक्षा में 89.55 फीसदी पास हुए हैं. वहीं, 12वीं कक्षा 82.60 फीसदी विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए हैं.